TAWRAT [torah]
तौरेत अल्लाह तबारक-व-ताला की वोह मुकादस किताब जो हज़रत मूसा अलेह सलाम नाज़िल हुई। यह सिरयानी ज़बान में थी। यह आस्मानी किताब 10 /धु अल-हिज्जह नाज़िल हुई। इस किताब के तख्तियां /पन्ने /सफे /pages ज़बरजद [एक कीमती पत्थर ]की थीं। इस में एक हज़ार /1000 सूरतें और हर सूरत में एक हज़ार /1000 आयत थीं। तौरेतके के कुल साथ /7 हिस्से थे। जिस की लम्बाई 10 गज़ थी,इस को ले कर जब हज़रत मूसा अलेह सलाम अपनी कौम की तरफ तशरीफ़ लाए तो कुछ लोगों के जो हज़रत हारून अलेह सलाम के साथ थे उन के अलावह पूरी कौमे-बनी इसराइल को शिर्क /किसी और की पूजा करते हुए पाया। अपनी कौम की येह हरकत/शिर्क देख कर आप बोहत परेशान /रंजीदा हुए आप गुसे में अपने भाई हारून अलेह सलाम की तरफ गए इस दौरान तौरेत शरीफ के तख्तियां /पन्ने /सफे /pages आप के हाँथ से गिर गईं। इस के गिर जाने की वजा से अल्लाह तबारक-व-ताला ने तौरेत छे /6 हिसों को उठा लिया, बाकि एक हिसा जिस में सिर्फ ज़रूरी मसाएल थे बनी इसराइल को मिले। तौरेत का हर जस एक साल में पड़ा जाता था। जिस को सिर्फ हज़रत मूसा अलेह सलाम, हज़रत उज़ैर, हज़रत इसा अलेह सलाम के अलावा कोई पड़ न सका।
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