hazrat muhammad sallallahu alaihi wasallam

 



  1. हुज़ूर अक़दस सल्लाहु-अल्लेह-वसल्लम को गुसुल हज़रत अली कर्म अल्लाह वज़ह ने दिया था। 
  2. हुज़ूर अक़दस सल्लाहु-अल्लेह-वसल्लम की नमाज़े जनाज़ा किसी भी शक्श/आदमी ने नहीं पढाई। 
  3. हुज़ूर अक़दस सल्लाहु-अल्लेह-वसल्लम की तद्फीन के लिए हज़रत अबू-तलाह अंसारी [राज़ी अल्लाह ताला अन्हा] ने कब्र अतहर तैयार की। 
  4. हुज़ूर अक़दस सल्लाहु-अल्लेह-वसल्लम को इंजील में फार कलेत/فارقلیط  के नाम से याद किया गया है। 
  5. हुज़ूर अक़दस सल्लाहु-अल्लेह-वसल्लम की सब से बड़ी नवासी का नाम امامہ بنت ابو العاص /इमामा बिन्ते अबू-अलआस था। 
  6. फारिस का आतिश कदाह / فارس کا آتش کدہ ,जो एक हज़ार साल से जल रहा था। हुज़ूर अक़दस सल्लाहु-अल्लेह-वसल्लम की विलादत/वफ़ात से बुझ गया। 

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