National bird of india ''Peacock/mor''
अगर खूबसूरत परिंदे का नाम लिया जाए तो सब से पहले जो नाम दिमाग में आता है ,वो यक़ीनन 'मोर' का ही है। मोर अपनी खूबसूरती, अपने पंखों और अपने प्रसिद्ध नाच की वजा से बोहत पसंद किया जाता है। उप्पर वाले ने मोर को बे-हद खूबसूरत रंगों से सजाया है। खूबसूरत पंखे जैसी दुम दी है। मोर को देख कर दिल खुश हो जाता है। मोर के सर पर प्यारा सा ताज इस की खूबसूरती और बढ़ा देता है। मोर के परों पर गोल-गोल चमकदार आकृति बानी होती है। इस की गर्दन लम्बी और काफी हसीन होती है।
- Indian peafowl
- Green peafowl
- Congo peafowl
- white peafowl
- Indian peafowl
- Congo peafowl
''Congo peafowl'' को african peafowl भी कहा जाता है।Scientific name: इन्हे ''Afropavo congensis'' ये scientafic नाम दिया गया है।Places: congo असल में एक river/नदी है जो central african में है। लम्बाई/lenght: इस किस्म के नर मोर काफी बड़े होते हैं जिन की लम्बाई 64 - 70 cm [25 - 28 in] होती है।
Colour/रंग: नर मोर के पंख गेहरे नील, मेटालिक हरा/ metalic green और बैंगनी रंग के होते हैं। लाल रंग की गर्दन, gray रंग के पैर और काली दुम होती है। मादा मोरनी भूरे रंग की होती है और मेटालिक हरा/metalic green पंख होते हैं। ये फलों के साथ कीड़े [insects] को भी खाते हैं। मादा मोरनी की गर्दन नर मोर की गर्दन से थोड़ी पतली होती है। लम्बाई/lenght: मादा मोरनी की लम्बाई 60 - 63 cm [24 - 25 in] होती है। white peafowl
Places: ये ज़यादा-तर श्री लंका और बर्मा में पाए जाते हैं। सफ़ेद/white मोर जापान में भी पाए जाते हैं।लम्बाई/lenght: एक आम मोर सावा तीन फुट ऊँचा होता है। वज़न/weight: तक़रीबन 5:30 किलो वज़नी होता है। मोर की दुम के पर 55 से 64 इंच लम्बे होते हैं। मोर सायद एक ऐसा अकेले पक्षी है, जिस की दुम इसे खूबसूरत बनाती है।
- white peafowl
इस की दुम के ऊपर के पर ताम्बे और काँसे जैसे मिले-जुले रंग से शुरू हो कर गेहरे हरे रंग के हो जाते हैं। ये रंग गोलाई में शुरू होते हैं इस लिए ऐसा लगता है के जैसे मोर की दुम पर ''आँखें'' बानी हो। इन आकृतियों की संख्या एक दो नहीं बल्कि 200 से ज़यादा होती है।
मोर की चोंच सुरमई या सफ़ेद होती है। टांगे और पंजे हलके सुरमई या सफ़ेद होते हैं। इस किस्म के रंग वाले मोर लम्बाई में तक़रीबन पोन दो मीटर से सवा मीटर तक होते हैं।
मोरनी के सर पर एक भूरे रंग का ताज होता है। इस पर सिर्फ हरे रंग के नुक्ते होते हैं। सर भूरा जबके चेहरा और थुड़ी सफ़ेद रंग की होती है। कुछ की गर्दन हरी जबके कुछ की सुरमई रंग की होती है। मोरनी बेचारी की दुम मोर की तरह खूबसूरत नहीं होती। मोर को आलू, गाजर, मटर जैसी चीज़ें खिलाइ जा सकती है। चावल और फल भी वह मज़े से खाते हैं।
मोर का तालुक तीतर के खानदान से है। ये काफी हसीन और रंग-बी-रंगे परिंदों का खानदान है। इस खानदान के नर अपनी मादा की बनिस्बत बड़े और काफी खूबसूरत होते हैं।
मोर अपनी दुम फैला कर नाचता है तो बोहत खूबसूरत नज़र आता है। मोर एक ऐसा परिंदा है जिस की उड़ान ज़यादा ऊँची नहीं है। इस लिए ये चलने वाला परिंदा माना जाता है। मोर ज़यादा ऊँची जगहों पर नहीं रहते।
गरमियों के ख़तम होते होते मोर की दुम के पर झड़ने लगते हैं, लेकिन सर्दियों की शुरुआत के साथ ही दोबारह निकल आते हैं। लोग शोक से ये पर जमा करते हैं। मोर की आवाज़ बोहत सुरीली होती है। जब ये खुश हो कर बोलता है तो ''पि-आओ, पि-आओ'' की आवाज़ निकालता है। लेकिन खतरे या परेशानी के वक़्त ''कारवाँ, कारवाँ'' की आवाज़ में चीखता है।
कहावत मशहूर है के मोर नाचे तो अपने पर देख कर झूमता है, जबके पैरों को देख कर उदास हो जाता है। वैसे तो मोर के सर, गर्दन और सीने के पैरों में खूबसूरत रंगों का मिलाप होता है, मगर दुम के पर ला-जवाब होते हैं। ये भी मशहूर है के मोर और सांप में कभी नहीं बनती। मोर कीड़े मकोड़े भी खाते हैं। मोर सामान्य रूप से 25 से 30 साल तक ज़िंदा रहता है।
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