National bird of india ''Peacock/mor''

     अगर खूबसूरत परिंदे का नाम लिया जाए तो सब से पहले जो नाम दिमाग में आता है ,वो यक़ीनन 'मोर' का ही है। मोर अपनी खूबसूरती, अपने पंखों और अपने प्रसिद्ध नाच की वजा से बोहत पसंद किया जाता है। उप्पर वाले ने मोर को बे-हद खूबसूरत रंगों से सजाया है। खूबसूरत पंखे जैसी दुम दी है। मोर को देख कर दिल खुश हो जाता है। मोर के सर पर प्यारा सा ताज इस की खूबसूरती और बढ़ा देता है। मोर के परों पर गोल-गोल चमकदार आकृति बानी होती है। इस की गर्दन लम्बी और काफी हसीन होती है। 

      मोर बोहत पुराने ज़माने से कुछ खास मुल्कों में पाए जाते हैं। मोर की 4 किस्में होती हैं। 

  1. Indian peafowl
  2. Green peafowl
  3. Congo peafowl
  4. white peafowl 

  • Indian peafowl

Places:
ये मोर की किस्म हिंदुस्तान, पाकिस्तान, बांग्ला देश और श्री लंका में पाई जाती है। 
Colour/रंग: इन के परों का रंग नीला कर कुछ हरा और चमकदार होता है। मादा मोरनी के परों के रंग उतना चमकदार नहीं होता वह हलके भूरे रंग के होते हैं। 
उम्र/age: इन की उम्र तक़रीबन 10 से 25 साल होती है। 

मादा मोरनी के पंख उतने सुन्दर नहीं होते जितने नर के होते हैं। नर मोर मादा मोरनी से काफी ज़्यादा खूबसूरत होते हैं ।
Scientific name: Indian peafowl यानि भारत के राष्ट्र पक्षी को ''Pavo cristatus'' ये scientafic नाम भी दिया गया है।
वज़न/weight: एक बड़े/adult नर मोर का वज़न 4 से 6 किलो होता है और मादा मोरनी का वज़न तक़रीबन 2.8 से 4 किलो तक होती है। 
  • Green peafowl
Places
ये मोर की किस्म south asia में और south  और north-east इंडिया के असम, north मलेशिया, बर्मा, समात्रा, south चाइना, loas, thailand, veitnam, Cambodia, Peninsular Malaysia और java island इन जगहों पर पाए जाते हैं।
 Colour/रंग: इस तरह के मोर के परों का रंग कुछ चांदी के रंग का होता है। जो साथ में काफी चमकीला भी होता है। इन की गर्दन हरी रंग की होती है।
   यहाँ भी नर मोर मादा मोरनी से काफी ज़्यादा खूबसूरत होते हैं । मादा मोरनी के पंख उतने सुन्दर नहीं होते जितने नर के होते हैं। 
Scientific name: green peafowl को ''Pavo muticus'' ये scientafic नाम दिया गया है। 
लम्बाई/lenght: इस तरह के नर मोर की दुम तक लम्बाई 1.8 - 3 m/मिटर होती है। जब की मादा मोरनी की लम्बाई 100 - 110 cm होती है। 
वज़न/weightएक बड़े/adult नर मोर का वज़न 3.8 - 5 किलो होता है और मादा मोरनी का 1 - 1.2 किलो तक वज़न होता है। 

  • Congo peafowl
   ''Congo peafowl'' को african peafowl भी कहा जाता है।
Scientific name: इन्हे ''Afropavo congensis'' ये scientafic नाम दिया गया है।
Placescongo असल में एक river/नदी है जो central african में है। 
लम्बाई/lenghtइस किस्म के नर मोर काफी बड़े होते हैं जिन की लम्बाई 64 - 70 cm [25 - 28 in] होती है।

 Colour/रंग: नर मोर के पंख गेहरे नील, मेटालिक हरा/ metalic green और बैंगनी रंग के होते हैं। लाल रंग की गर्दन, gray रंग के पैर और काली दुम होती है। 
मादा मोरनी भूरे रंग की होती है और मेटालिक हरा/metalic green पंख होते हैं। ये फलों के साथ कीड़े [insects] को भी खाते हैं। मादा मोरनी की गर्दन नर मोर की गर्दन से थोड़ी पतली होती है। 
लम्बाई/lenghtमादा मोरनी की लम्बाई 60 - 63 cm [24 - 25 in] होती है। 
  • white peafowl

एक मोर की किस्म सफ़ेद/white भी होती है। 
Placesये ज़यादा-तर श्री लंका और बर्मा में पाए जाते हैं। सफ़ेद/white मोर जापान में भी पाए जाते हैं।
लम्बाई/lenght: एक आम मोर सावा तीन फुट ऊँचा होता है।
वज़न/weight: तक़रीबन 5:30 किलो वज़नी होता है। 
मोर की दुम के पर 55 से 64 इंच लम्बे होते हैं। मोर सायद एक ऐसा अकेले पक्षी है, जिस की दुम इसे खूबसूरत बनाती है। 

   इस की दुम के ऊपर के पर ताम्बे और काँसे जैसे मिले-जुले रंग से शुरू हो कर गेहरे हरे रंग के हो जाते हैं। ये रंग गोलाई में शुरू होते हैं इस लिए ऐसा लगता है के जैसे मोर की दुम पर ''आँखें'' बानी हो। इन आकृतियों की संख्या एक दो नहीं बल्कि 200 से ज़यादा होती है। 
   मोर की चोंच सुरमई या सफ़ेद होती है। टांगे और पंजे हलके सुरमई या सफ़ेद होते हैं। इस किस्म के रंग वाले मोर लम्बाई में तक़रीबन पोन दो मीटर से सवा मीटर तक होते हैं। 
   मोरनी के सर पर एक भूरे रंग का ताज होता है। इस पर सिर्फ हरे रंग के नुक्ते होते हैं। सर भूरा जबके चेहरा और थुड़ी सफ़ेद रंग की होती है। कुछ की गर्दन हरी जबके कुछ की सुरमई रंग की होती है। मोरनी बेचारी की दुम मोर की तरह खूबसूरत नहीं होती। मोर को आलू, गाजर, मटर जैसी चीज़ें खिलाइ जा सकती है। चावल और फल भी वह मज़े से खाते हैं। 
   मोर का तालुक तीतर के खानदान से है। ये काफी हसीन और रंग-बी-रंगे परिंदों का खानदान है। इस खानदान के नर अपनी मादा की बनिस्बत बड़े और काफी खूबसूरत होते हैं। 
   मोर अपनी दुम फैला कर नाचता है तो बोहत खूबसूरत नज़र आता है। मोर एक ऐसा परिंदा है जिस की उड़ान ज़यादा ऊँची नहीं है। इस लिए ये चलने वाला परिंदा माना जाता है। मोर ज़यादा ऊँची जगहों पर नहीं रहते। 
   गरमियों के ख़तम होते होते मोर की दुम के पर झड़ने लगते हैं, लेकिन सर्दियों की शुरुआत के साथ ही दोबारह निकल आते हैं। लोग शोक से ये पर जमा करते हैं। मोर की आवाज़ बोहत सुरीली होती है। जब ये खुश हो कर बोलता है तो ''पि-आओ, पि-आओ'' की आवाज़ निकालता है। लेकिन खतरे या परेशानी के वक़्त ''कारवाँ, कारवाँ'' की आवाज़ में चीखता है। 
   कहावत मशहूर है के मोर नाचे तो अपने पर देख कर झूमता है, जबके पैरों को देख कर उदास हो जाता है। वैसे तो मोर के सर, गर्दन और सीने के पैरों में खूबसूरत रंगों का मिलाप होता है, मगर दुम के पर ला-जवाब होते हैं। ये भी मशहूर है के मोर और सांप में कभी नहीं बनती। मोर कीड़े मकोड़े भी खाते हैं। मोर सामान्य रूप से 25 से 30 साल तक ज़िंदा रहता है। 




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