इंदिरा गांधी का जन्म 19/ नवंबर 1917 को इलाहाबाद/प्रयागराज में हुआ। इन के पिताजी पंडित जवाहर लाल नेहरू और माताजी कमला नेहरू थीं। वह हिंदुस्तान की वाहिद स्त्री प्रधान मंत्री थीं। इसी तरह वह हिंदुस्तान की तीसरी प्रधान मंत्री थीं।
1934 में इन्हों ने शरुआती शिक्षा पूरी करने के बाद रबीन्द्रनाथ टैगोर के शांति निकेतन विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। इसी स्कूल में रबीन्द्रनाथ टैगोर ने इन्हें 'प्रिया दर्शनी' नाम दिया। इस के बाद आगे की शिक्षा के लिए वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी/oxford university में दाखिल हुईं। कोलेज/collage की पढाई के दौरान इन की फ़िरोज़ गांधी से अक्सर मुलाकात होती थी। जो वहां economics की पढाई कर रहे थे। 16/ मार्च 1942 को आनंद भवन इलाहाबाद/प्रयागराज में इंदिरा प्रिया दर्शनी की शादी फ़िरोज़ गांधी से हुई और इस तरह इन के नाम के आगे हमेशा के लिए गांधी लग गया।
उम्र के 21 वे साल में वह कांग्रेस में शामिल हुई। 1955 में सेंट्रल पार्लिमेंट /centreal parliment में बोर्ड की मेम्बर बनीं। 1959 में कांग्रेस की सदर चुनी गईं। 16/ जुलाई 1969 से 27/जून 1970 तक वह वज़ीर-ए-मालियत थीं। 27 जून 1970 से 4/ फेब्रुअरी 1973 तक वज़ीर-ए-दाखिला रहें और 14/ जनुअरी 1980 से 15/ फेब्रुअरी 1982 तक फिर वज़ीर-ए-दाखिला रहें। 1966 में हिंदुस्तान के इस वक़्त के प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री की रूस में अचानक मोत के बाद इंदिरा गांधी को हिंदुस्तान का प्रधान मंत्री बनाया गया।
इन की हुकूमत में 1971 में हिंदुस्तान और पाकिस्तान की जंग हुई। 1975 में भारत में सियासी हलचल मच गई जिस को देखते हुए इंदिरा गांधी मुल्क में इमरजेंसी/emergency लगा दी। इन्हों ने मुल्क में नफरत फैलाने और इन की मुखालिफत करने वालों की गिरफ़्तारी का हुकुम दे दिया। इस वक़्त हिंदुस्तान के राष्ट्रा-पति फकरुद्दीन अली एहमद थे। इस इमरजेंसी/emergency का ऐलान 26/ जून 1975 को किया गया। इस की पुरे मुल्क में काफी निन्दा की गई और जब 1977 में मतदान हुए तो कांग्रेस को पहली बार हार का सामना करना पड़ा।
1980 के मतदान में दोबारा कांग्रेस ने जित हासिल कर ली और 14/ जनुअरी 1980 को फिर से एक बार इंदिरा गांधी हिंदुस्तान की प्रधान मंत्री बनीं। इसी दौरान पंजाब में अलग खालिस्तान/khalistan की मांग को ले कर जो देहशत गर्दी हो रही थी इसे खुचलने/ख़तम करने के लिए इन्हों ने operation blue star नामी मुहीम चलाई।
सिखों में बे-चेनी फेल गई और 31/अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी पर गोलियाँ बरसाई गईं और इन्हें हलाक कर दिया गया।
Comments
Post a Comment
If you have any question or doubt, please let me know